महिलाएं मंगलवार का व्रत कैसे करें, मंगलवार का व्रत किस महीने से शुरू करें, क्या लड़कियां मंगलवार का व्रत कर सकती है, मंगलवार व्रत के नियम, मंगलवार व्रत कब शुरू करें 2024, मंगलवार व्रत के फायदे, मंगलवार का व्रत कितने घंटे का होता है, मंगलवार का व्रत कितने बजे खोलना चाहिए
Mangalwar Vrat Vidhi: मंगलवार के दिन काफी लोग ब्रह्मचर्य का पालन एवं व्रत रखते हैं। परन्तु क्या आपको पता है कि, मंगलवार का व्रत -पूजा कितना फलदायी एवं मंगलकारी होता है। इस व्रत से हनुमान जी का आशीर्वाद प्राप्त होता है। साथ ही भक्त के आत्म विश्वास में अकल्पनीय वृद्धि होती है। मंगलवार व्रत (Mangalwar Vrat) से नीच कर्मों से रक्षा होती है। मंगलवार का व्रत मंगल ग्रह की बाधाएं दूर करने में भी लाभदायक होता है।
मंगलवार व्रत के फायदे
जिनकी कुंडली में मंगल दोष होता है। इस प्रकार के लोग हिंसावादी, गुस्सैल एवं चिड़चिड़े हो जाते हैं। मंगल के अशुभ फल की वजह से वैवाहिक जीवन में परेशानियां व् मांगलिक एवं शुभ कार्यों में समस्याएँ उत्पन्न होने लगती हैं, इन सब बाधाओं से छुटकारा पाने के लिए मंगलवार का व्रत किया जाता है। निचे कुछ और मंगलवार व्रत (Mangalwar Vrat) के फायदे बताये गये है।
- मंगलवार का व्रत (Mangalwar Vrat) रखने से मंगल ग्रह मजबूत होता है और ग्रह दोष नस्ट होता है।
- मंगलवार के दिन व्रत करने से हनुमान जी की असीम कृपा प्राप्त होती है।
- मंगलवार व्रत से जीवन में मान-सम्मान, बल, साहस और आत्मविश्वास में वृद्धि होती है।
- निसंतान दंपतियों के लिए भी ये मंगलवार व्रत शुभ माना जाता है।
- मंगलवार के दिन व्रत करने से इंसान के भूत-प्रेत-पिशाच और काली शक्तियों का प्रभाव भी खत्म हो जाता है।
- ऐसा मान्यता है कि हनुमान जी का व्रत करने से कर्ज से छुटकारा मिलता है।
- हनुमान जी की पूजा करने से नौकरी में आ रही परेशानियां दूर हो जाती हैं।
मंगलवार व्रत के नियम(Mangalwar Vrat Vidhi)
मंगलवार के दिन प्रातः काल स्नान आदि नित्य कर्म से निवृत होकर स्वच्छ लाल रंग का वस्त्र पहनें। इसके पश्चात् हनुमान जी की मूर्ति अथवा फोटो के समीप जाकर हाथ जोड़कर हनुमान जी को प्रणाम करें, एवं पूजा करें। एवं व्रत का संकल्प लें। फिर हनुमान चालीसा पढ़ें, व् हनुमान जी का मंत्र “ॐ हं हनुमते नमः” मंत्र का 21 बार जाप करें। इसके पश्चात हनुमान जी को सिन्दूर एवं चमेली का तेल अर्पित करें। हनुमान जी की आरती उतारें। सायंकाल भोजन करते समय मीठी चीज ही खाएं। नमक का प्रयोग कदापि न करें।
मंगलवार व्रत (Mangalwar Vrat) के उद्यापन का नियम
भक्त को 3, 5, 7, 11 अथवा 21 मंगलवार व्रत करने के पश्चात उसका उद्यापन करना चाहिए। उद्यापन करते समय 7 नारियल हनुमान जी के मंदिर में अर्पित करें। पंचामृत का भोग लगाकर सिंदूर दान करें। गरीब ब्राह्मणों को भोजन कराएं। उद्यापन के दिन रक्त चन्दन की माला पहने। यह माला 21 दिन तक पहनें रहें। हनुमान जी को लाल रंग का ध्वज अर्पित करें।
मंगलवार का व्रत (Mangalwar Vrat) कितने बजे खोलना चाहिए
हमारे धर्म में मंगलवार के व्रत को बहुत ही महत्व दिया गया है। भारत में बड़ी संख्या में पुरुष और महिलाये मंगलवार का व्रत रखती है। ऐसा माना जाता है की सच्चे मन और नियमानुसार मंगलवार का व्रत का रखा जाये तो सभी प्रकार के भय और चिंताओं से मुक्ति मिल जाती है।
अगर आप ने मंगलवार का व्रत रखा है तो कितने बजे खोलना चाहिए तो बताते चले की मंगलवार का व्रत सूर्यास्त के बाद हनुमान जी की पूजा-अर्चना और भोग लगाने के बाद खोलन चाहिए।
क्या लड़कियां और महिलाये मंगलवार का व्रत (Mangalwar Vrat) कर सकती है?
मंगलवार का व्रत (Mangalwar Vrat) से भगवान श्री हनुमान की असीम कृपा प्राप्त होती है। ऐसी मान्यता है की मंगलवार व्रत से सारे संकट तो दूर होते ही हैं साथ ही भक्तों की मनोकामनाएं भी पूरी होती हैं। हम ने आपकी सुविधा के लिए इस पोस्ट में मंगलवार का व्रत रखने का विधि-विधान अच्छी तरह से बता दिया है।
बहुत से भक्तों के मन में ये सवाल होता है की क्या लड़कियां और महिलाये मंगलवार का व्रत कर सकती है या नहीं ?, तो हम आप को बताते चले की मंगलवार का व्रत लड़कियां और महिलाये भी रखा सकती है। लड़कियां और महिलाये इस बात का ध्यान रखे की जब उनका मासिक धर्म चल रहा हो उस समय मंगलवार का व्रत न रखे।
मंगलवार व्रत (Mangalwar Vrat) कब उठाना चाहिए?
हनुमान भक्तों की मान्यता है की मंगलवार व्रत रखने से अमंगल का नाश होता है। अगर किसी को मंगल दोष है तो मंगलवार व्रत से मुक्ति पाया जा सकता। अगर आप के मन ये सवाल है की मंगलवार व्रत कब उठाना चाहिए तो हम इस से सम्बंधित नियम बताते है।
मंगलवार का व्रत को आप किसी भी महीने के शुक्ल पक्ष (अमावश्या के बाद) के पहले मंगलवार से उठा सकते है। मंगलवार का व्रत 21 या 45 मंगलवार के लिए उठाना चाहिए। ऐसा करने से आप की मनोकामना पूरी होती है। मंगलवार व्रत का समापन 21 या 45 मंगलवार व्रत करने के बाद आने वाले मंगलवार को करना चाहिए।
न करें ये गलतियां- Mangalwar Vrat में
मंगलवार के व्रत (Mangalwar Vrat) में पवित्रता का सबसे अधिक ख्याल रखा जाता है। पूजा करते समय हनुमान जी का स्मरण करें। मन को हनुमान जी की पूजा पर केंद्रित करें। अगर किसी मीठी वास्तु का दान करते हैं, तो स्वयं उसे ग्रहण न करें। हनुमान जी की पूजा करते समय लाल रंग का वस्त्र धारण करें। व्रत रखने वाले भक्त को दिन में केवक एक बार भोजन करना चाहिए।
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