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प्रिय भक्तो हमने आज आपके लिए Hanuman Gayatri Mantra PDF में लेकर आया हूँ। अब आपको हनुमान गायत्री मंत्र के किताब ख़रीदे की आवश्यकता नहीं है। नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक कर के Hanuman Gayatri Mantra PDF फाइल को डाउनलोड कर सकते है।
हिन्दू धर्म की मान्यताओं के अनुसार, हनुमान जी के समस्त मंत्रो में “हनुमान गायत्री मंत्र” का सर्वोच्च स्थान है। हनुमान गायत्री मंत्र के पाठ से हनुमान जी के आशीर्वाद के साथ व्यक्ति की समस्त मनोकामना पूरी होती हैं। हनुमान जी की पूजा करने के लिए हनुमान जी के भक्त भिन्न-भिन्न मन्त्रों बीज मंत्र, चालीसा, साठिका इत्यादि का पाठ करते हैं। इन सबका भी अपना महत्व होता है।
हनुमान जी की पूजा करने के लिए किसी भी श्लोक या मंत्र का पाठ कर सकते हैं। हनुमान जी का आशीर्वाद पाने के लिए उनका ध्यान करना एवं उनके प्रति श्रद्धा ही पर्याप्त है। हनुमान गायत्री मंत्र का जप करने से हनुमान जी की कृपा एवं आशीर्वाद प्राप्त किया जा सकता है। एवं हनुमान गायत्री मन्त्र को सिद्ध भी किया जा सकता है। अभी आप Hanuman Gayatri Mantra PDF फाइल को डाउनलोड करिये।
हनुमान जी का स्मरण करते हुए सच्ची श्रद्धा एवं भक्ति के साथ शांत मन से अपने आपको हनुमान जी के चरणों में समर्पित करते हुए हनुमान गायत्री मंत्र का जाप करने से निश्चित रूप से धन-सम्पदा, कीर्ति-वैभव, समाजिक प्रतिष्ठा में निरंतर वृद्धि होती है। व्यक्ति के समस्त कष्ट दूर होते हैं, एवं उसकी समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
शास्त्रों के अनुसार, हनुमान गायत्री मंत्र के जाप से हमारी मानसिक शक्ति पर सीधा असर पड़ता है। जिससे हमारे सोचने-समझने की क्षमता में वृद्धि होती है। एवं इस मंत्र के जाप से हमारे शरीर की समस्त तंत्रिका तंत्र पर विशेष प्रभाव पड़ता है। जिससे हमारा आत्मविश्वास बढ़ता है। मानसिक कष्टों से मुक्ति मिलती है। एवं व्यक्ति निरोग रहता है।
Hanuman Gayatri Mantra PDF फाइल
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Hanuman Gayatri Mantra PDF संक्षिप्त विवरण
File Name | Hanuman Gayatri Mantra PDF |
File Type | |
Language | Hindi |
Category | Religion |
No. of Pages | 2 Pages |
File Size | 604 KB |
File Status | Active |
Uploaded By | Rajesh Kushwaha |
Hanuman Gayatri Mantra Lyrics
ॐ आंजनेयाय विद्मिहे वायुपुत्राय धीमहि !
तन्नो: हनुमान: प्रचोदयात !! 1 !!
ॐ रामदूताय विद्मिहे कपिराजाय धीमहि !
तन्नो: मारुति: प्रचोदयात !! 2 !!
ॐ अन्जनिसुताय विद्मिहे महाबलाय धीमहि !
तन्नो: मारुति: प्रचोदयात !! 3 !!
हनुमान गायत्री मंत्र का अर्थ
हे अंजना और वायु के पुत्र, मैं आपसे बुद्धि और ज्ञान की प्रार्थना करता हूं !
हे अंजना और वायु के पुत्र हनुमान हम आपसे प्रार्थना करते हैं कि हमारी बुद्धि को सन्मार्ग में प्रेरित करें !
Hanuman Gayatri Mantra Lyrics in English
Om Aanjneyay Widmahe Wayuputray Dhimahi !
Tanno Hanumant Prachodayat !! 1 !!
Om Ramdutaay Widmahe Kapirajay Dhimahi !
Tanno Maruti Prachodayat !! 2 !!
Om AnjaniSutaay Widmahe Mahabalaay Dhimahi !
Tanno Maaruti Prachodayat !! 3 !!
श्री हनुमान गायत्री मंत्र का पाठ करने की विधि
भगवान् हनुमान जी की भक्ति हर प्रकार से विशेष फलदायक मानी गयी है। हनुमान गायत्री मंत्र का पाठ करने से व्यक्ति के शरीर में अलौकिक शक्ति का संचार होता है। जिससे वो हर असंभव कार्य को भी संभव कर देता है। समस्त कार्य बिना किसी बाधा के सुचारु रूप से संपन्न होने लगते हैं।
भगवान् हनुमान अपने सुन्दरकाण्ड से लेकर मंत्र तक के पाठ से व्यक्ति के भीतर एक अद्भुत शक्ति प्रदान करते हैं। जिसे उनका आत्मविश्वास और मनोबल बढ़ता है। और शारीरिक क्षमता में वृद्धि होती है। श्री हनुमान गायत्री मंत्र का पाठ करने के बाद हनुमान मंदिर में जाकर दान करना चाहिए।
विधि (Hanuman Gayatri Mantra PDF )
- प्रातः काल के समय स्नान करे।
- स्वच्छ एवं शुद्ध वस्त्र पहन ले।
- पूजा की सामग्री जैसे अगरबत्ती , माचिस आदि रखा ले।
- हनुमान जी मूर्ति अथवा फोटो के समक्ष बैठकर उनका स्मरण करते हुए हनुमान गायत्री मंत्र का पाठ करे।
- हनुमान गायत्री मंत्र का 108 बार जप करना अत्यंत फलदायक माना गया है।
- हनुमान गायत्री मंत्र का पाठ करने के बाद हनुमान जी को प्रसाद का भोग लगाए।
हनुमान गायत्री मंत्र का जाप नियमित रूप से प्रतिदिन कर सकते हैं। प्रत्येक व्यक्ति प्रातः काल एवं सायंकाल में हनुमान गायत्री मंत्र का जाप कर सकता है। हनुमान गायत्री मंत्र का पाठ करना अत्यंत फलदायक एवं शुभ होता है। हनुमान गायत्री मंत्र का जाप करते समय ह्रदय में सिर्फ हनुमान जी का ही स्मरण रखें।
हनुमान गायत्री मंत्र का जाप पूरी श्रद्धा एवं भक्ति के साथ करना लाभदायक होता है। हनुमान गायत्री मंत्र का जाप करने के पश्चात हनुमान चालीसा का पाठ एवं उनकी आरती अवश्य करनी चाहिए। हनुमान गायत्री मंत्र का जाप करने के लिए Hanuman Gayatri Mantra PDF का उपयोग कर सकते है।
हनुमान गायत्री मंत्र के जाप के फायदे
हनुमान जी को प्रसन्न करने और उनकी कृपा एवं आशीर्वाद पाने के लिए अनेक पाठ एवं मंत्र हैं। परन्तु वेदों के अनुसार, हनुमान गायत्री मंत्र का अपना अलग ही एक विशेष महत्व है। इस मंत्र को पढ़ने से निकलने वाले स्वर का सीधा असर हमारे मन-मस्तिष्क पर पड़ता है। और हमारे ह्रदय में एक विशेष चेतना जागृत होती है।
जिस प्रकार “गायत्री मंत्र” को माता गायत्री देवी से अपनी समस्त समस्याओं, विपदाओं से छुटकारा पाने एवं बुद्धि व् बल आदि में वृद्धि हेतु पढ़ा जाता है। उसी तरह हनुमान गायत्री मंत्र को आत्मविश्वास, धैर्य, विवेक, शक्ति आदि प्रदान करने वाला माना जाता है। यह मंत्र हमारे तंत्रिका तंत्र पर विशेष प्रभाव डालता है। जिससे हमारा शरीर चिंतामुक्त एवं रोगमुक्त हो जाता है। श्री हनुमान गायत्री मंत्र का जाप करने से अनेक लाभ प्राप्त होते हैं। जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं।
- हनुमान गायत्री मंत्र के जाप से शरीर बलवान एवं निरोग रहता है।
- हनुमान गायत्री मंत्र के जाप से भक्त पर नकारात्मक ऊर्जा, शैतानी शक्तियों एवं बुरी आत्माओं का प्रभाव नहीं पड़ता है।
- हनुमान गायत्री मंत्र के जाप से भक्त के परिवार में सुख-शांति का वास होता है। और घर-परिवार धन -सम्पदा से परिपूर्ण रहता है।
- हनुमान गायत्री मंत्र का जाप करने से समस्त विपत्तियों, संकट, कष्ट एवं भय का नाश होता है।
- हनुमान गायत्री मंत्र का पाठ करने से भक्त के चारों तरफ सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है। और आत्मबल में वृद्धि होती है।
- हनुमान गायत्री मंत्र के जाप से भक्त की समस्त मनोकामना अतिशीघ्र पूरी होती है। हनुमान गायत्री मंत्र के पाठ से भक्त सांसारिक मोह-माया से मुक्त रहता है। एवं प्रत्येक कार्य में प्रगति करता है।
- श्री हनुमान गायत्री मंत्र के जाप से व्यक्ति भौतिक एवं आध्यात्मिक दोनों रूपों में प्रगति करता है। और सुव्यवस्थित जीवन व्यतीत करता है।
- सामाजिक प्रतिष्ठा एवं मान-सम्मान में वृद्धि होती है।
- हनुमान गायत्री मंत्र के जाप से भक्त के ऊपर हनुमान जी की विशेष कृपा होती है। जिससे वो हर प्रकार की विपत्तियों से मुक्त रहता है।
- हनुमान गायत्री मंत्र के जाप से हनुमान जी का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
- इस मंत्र के जाप से शारीरिक दुर्बलता दूर होती है। समस्त रोगों का नाश होता है। व्यक्ति धनवान बनता है।
हनुमान जी को प्रसन्न करने की विधि
सनातन धर्म की मान्यताओं के अनुसार, मंगलवार का दिन बजरंग बली हनुमान जी का दिन माना गया है। श्री राम भक्त हनुमान जी अति शीघ्र प्रसन्न होने वाले भगवान् हैं। इन्हें आसानी से प्रसन्न किया जा सकता है। हनुमान जी को प्रसन्न कर उनकी कृपा पाने के लिए मंगलवार के दिन कुछ विधियों के द्वारा उन्हें प्रसन्न किया जा सकता है।
हनुमान जी अपने भक्त की समस्त मनोकामनाओं को पूर्ण करने वाले भगवान् हैं। ये अपने भक्तों पर सदैव अपनी कृपा बनाये रखते हैं। हनुमान जी की कृपा एवं आशीर्वाद पाने की विधि इस प्रकार है।
तुलसी विधि
हनुमान जी को तुलसी बहुत प्रिय है। इसलिए प्रत्येक मंगलवार को उनके चरणों में तुलसी के पत्ते पर सिंदूर से श्री राम लिखकर अर्पित करें। इस उपाय से बजरंग बली अतिशीघ्र प्रसन्न होते हैं।
नारियल विधि
मंगलवार के दिन नारियल लेकर हनुमान जी के मंदिर में जाएँ। फिर अपने सर से 7 बार उबार कर इसे हनुमान जी के समक्ष फोड़ दें। इससे आपकी समस्त चिंताएं एवं परेशानियां समाप्त हो जायेंगीं।
सिन्दूर विधि
मंगलवार एवं शनिवार के दिन हनुमान जी को सिन्दूर एवं चमेली का तेल अर्पित करें। मंगलवार एवं शनिवार के दिन सिन्दूर एवं चमेली का तेल अर्पित करने से आर्थिक समस्याएं दूर होती है। एवं धन-सम्पदा का आगमन होता है।
पीपल के पत्ते की विधि
हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए मंगलवार एवं शनिवार के दिन पवन पुत्र हनुमान जी को 11 पीपल के पत्ते अर्पित करें। इससे घर में आ रही नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है, एवं सकारत्मक ऊर्जा का वास होता है। परन्तु इस विधि में प्रयोग किये जाने वाले पत्ते कहीं से भी कटे-फ़टे नहीं होने चाहिए।
पीपल के पत्तों की माला विधि
मंगलवार एवं शनिवार के दिन प्रातः काल उठकर पीपल के 11 पत्ते जो कहीं से भी कटे-फ़टे न हों तोड़ लें। इन पत्तों में सिन्दूर एवं चावल से श्री राम लिखें, एवं हनुमान गायत्री मंत्र का जाप करें,एवं सुन्दरकाण्ड व हनुमान चालीसा का पाठ करें। इसके पश्चात इन पत्तियों की माला बनाकर हनुमान जी को अर्पित करें। समस्त मनोकामनाएं पूरी होंगी।
घर में पेड़ लगाने की विधि
घर में अशोक, तुलसी एवं गेंदा का पेड़ लगाना शुभ होता है। इससे घर में शांति का वातावरण उत्पन्न होता है। एवं पारिवारिक कलह से मुक्ति मिलती है।
भोग विधि
मंगलवार एवं शनिवार के दिन हनुमान जी को बेसन के लड्डू का भोग लगाएं। इससे हनुमान जी प्रसन्न होते हैं, और हर प्रकार के कष्टों का निवारण करते हैं।
सारांश – Hanuman Gayatri Mantra PDF
भक्त जनो Hanuman Gayatri Mantra PDF फाइल बहुत उपयोगी है। हनुमान गायत्री मंत्र का पाठ आप Hanuman Gayatri Mantra PDF से कर सकते है। आप Hanuman Gayatri Mantra PDF फाइल को हनुमान जी मूर्ति के पास रख सकते है।
FAQ – hanuman gayatri mantra PDF
हनुमान जी का गायत्री मंत्र क्या है?
श्री हनुमान गायत्री मंत्र भगवान् हनुमान जी जल्दी खुश करने वाला मंत्र है।
हनुमान जी को खुश करने के लिए कौन सा मंत्र है?
हनुमान जी को खुश करने के लिए हनुमान गायत्री मंत्र जाप करिये।
हनुमान गायत्री मंत्र जाप कब करे?
श्री हनुमान गायत्री मंत्र का जाप सुबह या शाम को कर सकते है।
श्री हनुमान गायत्री मंत्र का जाप एक बार में कितनी बार करना चाहिए?
श्री हनुमान गायत्री मंत्र का जाप 21 ,51 या 108 बार करना चाहिए।
हनुमान गायत्री मंत्र जाप लगातार कितने दिन करना चाहिए ?
हनुमान गायत्री मंत्र जाप कम से कम 21 दिन लगातार करना चाहिए।
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