Bajarang Baan PDF PDF 2024: श्री बजरंग बाण पाठ डाउनलोड पीडीएफ फ्री

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प्रिय भक्तों आज मैं बजरंग बाली का Bajarang Baan PDF फाइल में लेकर आया हूँ। आप दिए गये लिंक कर क्लिक कर Bajarang Baan PDF फाइल को डाउनलोड कर सकते है।

सनातन धर्म के शास्त्रों के अनुसार, अंजनी पुत्र हनुमान एक ऐसे भगवान् हैं, जो अपने भक्तों की समस्त परेशानियां चिंता, भय, कष्ट आदि को समाप्त करते हैं। केसरीनन्दन बजरंगबली भगवान् श्री राम जी के भक्त हैं। भगवान् हनुमानअजर-अमर हैं, और इस कलयुग में इस सृष्टि की रक्षा हनुमान जी ही कर रहे हैं।

बजरंग बली इस ब्रह्माण्ड में सशरीर विचरण करते हैं। भगवान् हनुमान अपने भक्तों से अतिशीघ्र प्रसन्न होते हैं। ये समस्त प्राणियों के संकटों का हरण करने वाले भगवान् हैं। इसलिए इन्हें संकट मोचन भी कहा जाता है। राम भक्त हनुमान जी को प्रसन्न करने एवं अपनी मनोकामना की पूर्ति के लिए उनकी विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना की जाती है।

जो व्यक्ति हनुमान चालीसा के साथ बजरंग बाण का पाठ करता है। उसकी समस्त मनोकामना पूर्ण होती हैं। एवं उसके समस्त संकट समाप्त हो जाते हैं। हनुमान चालीसा एवं सुन्दरकांड के अलावां बजरंग बाण को सबसे अभेद उपाय माना जाता है।

बजरंग बाण का नियमित पाठ करने से समस्त ग्रह बाधाएं दूर होतीं हैं। हर प्रकार की बीमारियों से छुटकारा मिलता है। बजरंग बाण के पाठ से व्यक्ति के अंदर तीक्ष्ण बुद्धि का विकास होता है। घर में लक्ष्मी जी का आगमन होता है, एवं घर हमेशा धन-सम्पदा से भरा रहता है।

बजरंग बाण का नियमित पाठ करने से पारिवारिक क्लेश समाप्त हो जाते हैं। दंपत्ति के बीच चल रहे आपसी मतभेद दूर हो जाते हैं, एवं दंपत्ति में आपसी प्रेम भावना जागृत होती है। समस्त वास्तु दोष समाप्त हो जाते हैं। शत्रुओं का नाश होता हैं। विवाह के सम्बन्ध में आ रही समस्त बाधा दूर होती है, एवं समस्त मनोकामना की पूर्ति होती है।

Bajarang Baan PDF लिंक

भक्त जनो यहां मैंने Bajarang Baan PDF का डाउनलोड लिंक दे दिया है। आप से निवेदन है लिंक पर क्लिक कर के Bajarang Baan PDF फाइल अभी डाउनलोड कर लीजिये।

Bajarang Baan PDF संक्षिप्त विवरण

File Name Bajarang Baan PDF
File TypePDF
LanguageHindi, English
CategoryReligion
No. of Pages4 Pages
File Size193 KB
File StatusActive
Uploaded ByRajesh Kushwaha
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Bajarang Baan PDF Lyrics

आप लोगो की सहलियत के लिए Bajarang Baan PDF का लिरिक्स हिंदी और इंग्लिश में दे दिया।

Bajarang Baan PDF Lyrics Hindi

श्री बजरंग बाण का पाठ


दोहा
निश्चय प्रेम प्रतीति ते, बिनय करैं सनमान।
तेहि के कारज सकल शुभ, सिद्ध करैं हनुमान॥
 
चौपाई
जय हनुमंत संत हितकारी।
सुन लीजै प्रभु अरज हमारी॥

जन के काज बिलंब न कीजै।
आतुर दौरि महा सुख दीजै॥

जैसे कूदि सिंधु महिपारा।
सुरसा बदन पैठि बिस्तारा॥

आगे जाय लंकिनी रोका।
मारेहु लात गई सुरलोका॥

जाय बिभीषन को सुख दीन्हा।
सीता निरखि परमपद लीन्हा॥

बाग उजारि सिंधु महँ बोरा।
अति आतुर जमकातर तोरा॥

अक्षय कुमार मारि संहारा।
लूम लपेटि लंक को जारा॥

लाह समान लंक जरि गई।
जय जय धुनि सुरपुर नभ भई॥

अब बिलंब केहि कारन स्वामी।
कृपा करहु उर अंतरयामी॥

जय जय लखन प्रान के दाता।
आतुर ह्वै दुख करहु निपाता॥

जै हनुमान जयति बल-सागर।
सुर-समूह-समरथ भट-नागर॥

ॐ हनु हनु हनु हनुमंत हठीले।
बैरिहि मारु बज्र की कीले॥

ॐ ह्नीं ह्नीं ह्नीं हनुमंत कपीसा।
ॐ हुं हुं हुं हनु अरि उर सीसा॥

जय अंजनि कुमार बलवंता।
शंकरसुवन बीर हनुमंता॥

बदन कराल काल-कुल-घालक।
राम सहाय सदा प्रतिपालक॥

भूत, प्रेत, पिसाच निसाचर।
अगिन बेताल काल मारी मर॥

इन्हें मारु, तोहि सपथ राम की।
राखु नाथ मरजाद नाम की॥

सत्य होहु हरि सपथ पाइ कै।
राम दूत धरु मारु धाइ कै॥

जय जय जय हनुमंत अगाधा।
दुख पावत जन केहि अपराधा॥

पूजा जप तप नेम अचारा।
नहिं जानत कछु दास तुम्हारा॥

बन उपबन मग गिरि गृह माहीं।
तुम्हरे बल हौं डरपत नाहीं॥

जनकसुता हरि दास कहावौ।
ताकी सपथ बिलंब न लावौ॥

जै जै जै धुनि होत अकासा।
सुमिरत होय दुसह दुख नासा॥

चरन पकरि, कर जोरि मनावौं।
यहि औसर अब केहि गोहरावौं॥

उठु, उठु, चलु, तोहि राम दुहाई।
पायँ परौं, कर जोरि मनाई॥

ॐ चं चं चं चं चपल चलंता।
ॐ हनु हनु हनु हनु हनुमंता॥

ॐ हं हं हाँक देत कपि चंचल।
ॐ सं सं सहमि पराने खल-दल॥

अपने जन को तुरत उबारौ।
सुमिरत होय आनंद हमारौ॥

यह बजरंग-बाण जेहि मारै।
ताहि कहौ फिरि कवन उबारै॥

पाठ करै बजरंग-बाण की।
हनुमत रक्षा करै प्रान की॥

यह बजरंग बाण जो जापैं।
तासों भूत-प्रेत सब कापैं॥

धूप देय जो जपै हमेसा।
ताके तन नहिं रहै कलेसा॥ 
 
दोहा
उर प्रतीति दृढ़, सरन ह्वै, पाठ करै धरि ध्यान।
बाधा सब हर, करैं सब काम सफल हनुमान॥

Bajarang Baan PDF Lyrics English

Bajarang Baan Path

॥ Doha ॥

Nishchaya Prema Pratiti Te,Binaya Karai Sanamana

Tehi Ke Karaja Sakala Shubha,Siddha Karai Hanuman.

॥ Chaupai ॥

Jaya Hanumanta Santa Hitakari
Suni Lijai Prabhu Araja Hamarii

Jan Ke Kaja Vilamba Na Kijai
Atura Dauri Maha Sukha Dijai.

Jaise Kudi Sindhu Wahi Para
Surasa Badana Paithi Bistara.

Age Jaya Lankini Roka
Marehu Lata Gai Sura Loka.

Jaya Vibhishana Ko Sukha Dinha
Sita Nirakhi Parama Pada Linha.

Baga Ujari Sindhu Maham Bora
Ati Atura Yama Katara Tora.

Akshaya Kumara Mari Sanhara
Luma Lapeti Lanka Ko Jara.

Laha Samana Lanka Jari Gai
Jaya Jaya Dhuni Sura Pura Maham Bhai.

Aba Vilamba Kehi Karana Swami
Kripa Karahun Ura Antaryami.

Jaya Jaya Lakshmana Prana Ke Data
Atura Hoi Dukha Karahun Nipata.

Jai Giridhara Jai Jai Sukha Sagara
Sura Samuha Samaratha Bhatanagara.

Om Hanu Hanu Hanu Hanu Hanumanta Hathile
Bairihin Maru Bajra Ki Kile.

Gada Bajra Lai Bairihin Maro
Maharaja Prabhu Dasa Ubaro.

Omkara Hunkara Mahaprabhu Dhavo
Bajra Gada Hanu Vilamba Na Lavo.

Om Hrim Hrim Hrim Hanumanta Kapisa
Om Hum Hum Hum Hanu Ari Ura Shisha.

Satya Hou Hari Shapatha Payake
Ramaduta Dharu Maru Dhaya Ke.

Jaya Jaya Jaya Hanumanta Agadha
Dukha Pavata Jana Kehi Aparadha.

Puja Japa Tapa Nema Achara
Nahin Janata Kachhu Dasa Tumhara.

Vana Upavana Maga Giri Griha Mahin
Tumare Bala Hama Darapata Nahin.

Paya Paraun Kara Jori Manavon
Yaha Avasara Aba Kehi Goharavon.

Jaya Anjani Kumara Balavanta
Shankara Suvana Dhira Hanumanta.

Badana Karala Kala Kula Ghalaka
Rama Sahaya Sada Pratipalaka.

Bhuta Preta Pishacha Nishachara
Agni Baitala Kala Marimara.

Inhen Maru Tohi Shapatha Rama Ki
Rakhu Natha Marajada Nama Ki.

Janakasuta Hari Dasa Kahavo
Taki Shapatha Vilamba Na Lavo.

Jai Jai Jai Dhuni Hota Akasha
Sumirata Hota Dusaha Dukha Nasha.

Charana Sharana Kari Jori Manavon
Yahi Avasara Aba Kehi Goharavon.

Uthu Uthu Chalu Tohin Rama Duhai
Panya Paraun Kara Jori Manai.

Om Chan Chan Chan Chan Chapala Chalanta
Om Hanu Hanu Hanu Hanu Hanumanta.

Om Han Han Hanka Deta Kapi Chanchala
Om San San Sahama Parane Khala Dala.

Apane Jana Ko Turata Ubaro
Sumirata Hoya Ananda Hamaro.

Yahi Bajrang Baan Jehi Maro
Tahi Kaho Phira Kauna Ubaro.

Patha Karai Bajrang Baan Ki
Hanumata Raksha Karai Prana Ki.

Yaha Bajrang Baan Jo Japai
Tehi Te Bhuta Preta Saba Kampe.

Dhupa Deya Aru Japai Hamesha
Take Tana Nahin Rahe Kalesha.

॥ Doha ॥

Prema Pratitin Kapi Bhajai,Sada Dharai Ura Dhyana

Tehi Ke Karaja Sakala Shubha,Siddha Karai Hanuman.

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बजरंग बाण के पाठ करने का तरीका

बजरंग बाण का पाठ वैसे तो प्रतिदिन करना लाभदायक होता है। परन्तु मंगलवार एवं शनिवार के दिन बजरंग बाण का पाठ करना अत्यंत लाभदायक होता है। बजरंग बाण का पाठ आरम्भ करने से पहले हनुमान जी की मूर्ति या तस्वीर अपने सामने अवश्य रख लेनी चाहिए।

श्री बजरंग बाण पाठ आरंभ करने से पहले अपने बैठने के लिए आसन का प्रयोग करें। हनुमान जी की मूर्ति के नीचे एक स्वच्छ एवं शुद्ध लाल कपडा अवश्य बिछाएं। बजरंग बली की पूजा का स्थान शुद्ध होना चाहिए। वहां का वातावरण शांत होना चाहिए।

हनुमान जी को भोग में बेसन के लड्डू अत्यंत प्रिय हैं। बजरंग बाण का पाठ घर पर या मंदिर में कहीं भी किया जा सकता है। बजरंग बाण पाठ के द्वारा हनुमान जी को प्रसन्न करने का तरीका निम्नलिखित है। आप Bajarang Baan PDF फाइल डाउनलोड कर अपने पास रख सकते है।

  • बजरंग बाण का पाठ प्रातः काल एवं सायं काल में ही करना चाहिए।
  • सबसे पहले प्रातः काल उठकर हनुमान जी का स्मरण करते हुए उन्हें प्रणाम करें, एवं स्नान आदि से निवृत होकर स्वच्छ वस्त्र पहनकर पूजा स्थल पर बैठें।
  • हनुमान जी की पूजा आरम्भ करने से पहले दीप अवश्य प्रज्वलित करें, एवं अगर संभव हो तो दीप में कलावे की बत्ती या लाल रंग की बत्ती का प्रयोग करें। यह अत्यंत फलदायी है। वैसे रुई की बत्ती का भी प्रयोग किया जा सकता है।
  • बजरंग बली की पूजा के लिए देशी घी का प्रयोग सर्वोत्तम होता है। अगर संभव हो तो तिल के तेल का भी प्रयोग किया जा सकता है।
  • पूजा करते समय दीपक का जलते रहना आवश्यक होता है।
  • बजरंग बाण का पाठ आरंभ करने से पूर्व धुप बत्ती या गुगुल की धुनी को अवश्य जलाएं।
  • हनुमान जी की मूर्ति या तस्वीर पर चमेली के तेल में सिंदूर का मिश्रण कर तिलक अवश्य लगाएं।
  • संकल्प अवश्य करें कि, मनोकामना पूरी होने पर बजरंग बली के प्रति अपनी यथाशक्ति के अनुसार कुछ न कुछ करते रहेंगे।
  • इसके पश्चात् बजरंग बली का स्मरण करते हुए शुद्ध उच्चारण के साथ बजरंग बाण का पाठ आरम्भ करें।
  • बजरंग बाण का पाठ करते समय इस बात का ध्यान अवश्य रखें कि, आप बजरंग बाण के समस्त शब्दों का सही उच्चारण करें।
  • आपने जितनी बार बजरंग बाण के पाठ का संकल्प लिया है, उतनी बार बजरंग बली का स्मरण करते हुए रुद्राक्ष की माला के साथ पाठ करें।
  • बजरंग बली को भोग में बेसन के लडडु अत्यधिक प्रिय हैं। अगर संभव हो तो, बेसन के लड्डू का भोग लगाएं, या कोई भी मिठाई एवं फल का भी भोग एवं प्रसाद के रूप अर्पित कर सकते हैं।

बजरंग बाण पाठ करने के नियम

  • बजरंग बाण के पाठ में शब्दों का शुद्ध एवं स्पष्ट उच्चारण करें।
  • बजरंग बाण का पाठ जितने दिनों तक किया जाय, उतने दिनों तक ब्रह्मचर्य का पालन करना अति आवश्यक होता है।
  • आपने जितनी बार बजरंग बाण के पाठ करने का संकल्प लिया है, उतनी बार रुद्राक्ष की माला जपते हुए पाठ करें। अगर गिनती याद रख सकते हैं, तो बिना रुद्राक्ष की माला के भी पाठ कर सकते हैं।
  • बजरंग बाण का पाठ जितने दिनों तक करना हो, उतने दिनों तक किसी प्रकार का नशा या तामसिक चीजों का सेवन न करें।
  • आप जितने दिनों तक बजरंग बाण का पाठ करें, उतने दिनों तक मांसाहारी चीजों का सेवन कदापि न करें।
  • अगर आप बजरंग बाण का पाठ किसी विशेष मनोकामना की पूर्ति के लिए कर रहे हैं तो, कम से कम 51 दिनों तक यह पाठ नियमित रूप से नियमानुसार अवश्य करना चाहिए।

बजरंग बाण के फायदे

बजरंग बली संकट को हरने वाले देवता हैं। कलयुग में सबसे अधिक बलवान, अतिशीघ्र प्रसन्न होने वाले सबसे प्रभावशाली देवता बजरंग बली ही हैं। हनुमान जी के अनेक नाम है, जैसे- संकट मोचन, पवन पुत्र, केसरी नन्दन, मारुती नंदन, बजरंग बली, हनुमान इत्यादि अनेक नाम हैं।

बजरंगबली की पूजा में नियम, संयम, शुद्धता,पवित्रता में किसी प्रकार में त्रुटि होने पर हनुमान जी रुष्ट हो सकते हैं। और दंड भी दे सकते हैं। इसलिए बजरंगबली की पूजा में किसी प्रकार की त्रुटि न करें। बजरंग बाण के पाठ से अनेक फायदे होते है, जो इस प्रकार हैं।

  • बजरंग बाण का पाठ करने से व्यक्ति अपनी समस्त समस्याओं एवं संकट से मुक्त हो जाता है।
  • बजरंग बाण का पाठ प्रत्येक मंगलवार एवं शनिवार को 21-21 बार पढ़ने से समस्त शत्रुओं का नाश होता है।
  • अपने व्यापार को बढ़ने एवं उसके सफल होने के लिए व्यापार वाली जगह पर 11 मंगलवार बजरंग बाण का पाठ करने से व्यापार में वृद्धि होती है।
  • जो लोग अस्वस्थ रहते है, अक्सर बीमार रहते हैं। उन्हें बजरंग बाण का पाठ अवश्य करना चाहिए। एवं नियमित रूप से 11 मंगलवार पाठ करने से विशेष फायदा होता है।
  • बजरंग बाण का पाठ करने से घर में लक्ष्मी जी का आगमन होता है, घर धन-सम्पदा से परिपूर्ण रहता है।
  • अगर कोई व्यक्ति किसी कार्य में निरंतर असफल हो रहा है, तो मंगलवार एवं शनिवार के दिन बजरंग बाण का 51 बार पाठ करने से सफलता में आ रही बाधा समाप्त होती हैं।
  • बजरंग बाण का 5 मंगलवार 11-11 बार पाठ करने से व्यक्ति की बुद्धि का विकास होता है।
  • बजरंग बाण का 21 मंगलवार एवं शनिवार को नियमित रूप से पाठ करने से मनोकामना पूर्ण होती है।
  • बजरंग बाण का नियमित पाठ करने से पारिवारिक परेशानियां समाप्त होती हैं।
  • बजरंग बाण के नियमित पाठ से नकारात्मक शक्तियों का नाश होता है।
  • बजरंग बाण का पाठ करने से हनुमान जी को विशेष कृपा प्राप्त होती है। जिससे व्यक्ति हर प्रकार के भय से मुक्त हो जाता है, और व्यक्ति के शरीर में अपार शक्ति का संचार होता है।

कभी भूल कर भी इन वजहों से न करे बजरंग बाण का पाठ

  • किसी व्यक्ति को अनावश्यक क्षति पहुंचाने के लिए, अथवा किसी को प्रताड़ित करने के लिए बजरंग बाण का पाठ कदापि न करें।
  • कभी भी किसी का बुरा करने के विचार से बजरंग बाण का पाठ न करें।
  • किसी भी अनुचित कार्य की कामना से बजरंग बाण का पाठ कदापि न करें।
  • किसी कार्य को बिना प्रयास किये उसमे सफलता पाने के उद्देश्य से बजरंग बाण का पाठ न करें, क्योंकि जीवन में कर्म ही प्रधान है।
  • किसी भी भौतिक इच्छा की पूर्ति जैसे- परायी स्त्री, पराया धन, परायी संपत्ति को पाने की इच्छा इत्यादि के लिए बजरंग बाण का पाठ नहीं करना चाहिए।

बजरंग बाण का पाठ करते समय सावधानियां

प्रत्येक व्यक्ति के किसी न किसी प्रकार के शत्रु अवश्य होते हैं। कुछ खुलकर सामने से दुश्मनी निभाते हैं। कुछ पीठ पीछे दुश्मनी निभाते हुए पीछे से वार करते है।

बजरंग बाण का पाठ ऐसे समस्त दुश्मनों का नाश करता है। बजरंग बाण के पाठ से जीवन पर आ रहे संकट समाप्त हो जाते हैं। बजरंग बाण का पाठ करते समय निम्नलिखित सावधानियां बरतनी चाहिए।

  • बजरंग बाण के बारे में कहा जाता है कि, इसका प्रयोग हर व्यक्ति को हर जगह नहीं करना चाहिए। इसका पाठ करने से पूर्व इन्हें सिद्ध करना पड़ता है। इनका पाठ करते समय कोई त्रुटि नहीं होनी चाहिए।
  • अगर आप किसी विशेष मनोकामना से बजरंग बाण का पाठ कर रहें हैं, तो 51 दिनों तक नियमित रूप से नियमानुसार इनका पाठ करें। आप जितने दिनों तक बजरंग बाण का पाठ करें, उतने दिनों तक ब्रह्मचर्य का पालन करना होगा।
  • आप जिस दिन बजरंग बाण का पाठ करें, उस दिन मांसाहारी चीजों का सेवन कदापि न करें।
  • आप जितने दिनों तक बजरंग बाण का पाठ करें, उतने दिनों तक किसी प्रकार का नशा या तामसिक चीजों का सेवन कदापि न करें।
  • आप जितनी बार का संकल्प लेकर बजरंग बाण का पाठ करें, उतनी बार रुद्राक्ष की माला से पाठ करें।
  • बजरंग बाण का पाठ करते समय शब्दों का उच्चारण शुद्ध होना चाहिए।
  • बजरंग बाण का पाठ किसी के प्रति दुर्भावना से न करे।
  • किसी दूसरे की सम्पत्ति, धन इत्यादि को पाने की लालसा से बजरंग बाण का पाठ न करे।

Bajarang Baan PDF का सारांश

प्रिय भक्तो Bajarang Baan एक शक्ति से भरा हुवा पाठ। आप सभी लोगो Bajarang Baan का पाठ अवश्य करना चहिये। मैंने Bajarang Baan PDF का लिंक इस पोस्ट में डाल दिया है। आप लिंक पर क्लिक कर Bajarang Baan PDF को डाउनलोड कर सकते है।

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